चंद्रमा का पूर्ण ग्रहण 26 मई 2021 (5 ज्येष्ठ, 1943 शक संवत) को होगा। चन्द्रग्रहण का आंशिक चरण भारत में चंद्रोदय के तुरंत बाद कुछ समय के लिए भारत के पूर्वोत्तर भागों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओडिशा तथा अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के कुछ तटीय भागों में दिखेगा।
चंद्रग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और जब तीनों – सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा- एक सीध में आ जाते हैं। पूर्ण चंद्रग्रहण तब होता है जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया में आता है और आंशिक चंद्रग्रहण तब होता है जब चंद्रमा का केवल एक भाग पृथ्वी की छाया में आता है।
26 मई को भारत के कुछ स्थानों से दिखाई देने वाले ग्रहण के आंशिक चरण की अवधि
समय | चंद्रोदय समय (आईएसटी) | चंद्रोदय के बाद दिखाई देने वाले आंशिक चरण की समाप्ति की अवधि |
| बजे मिनट | मिनटों में |
अगरतला | 18 06 | 17 |
आयजोल | 17 59 | 24 |
कोलकाता | 18 15 | 08 |
चेरापूंजी | 18 06 | 17 |
कूच बिहार | 18 18 | 05 |
डायमंड हार्रबर | 18 15 | 08 |
दीघा | 18 16 | 07 |
गुवाहाटी | 18 09 | 14 |
इंफाल | 17 56 | 27 |
ईटानगर | 18 02 | 21 |
कोहिमा | 17 57 | 26 |
लुमडिंग | 18 01 | 22 |
मालदा | 18 21 | 02 |
उत्तर लखीमपुर | 18 00 | 23 |
पारादीप | 18 18 | 05 |
पासीघाट | 17 57 | 26 |
पोर्ट ब्लेयर | 17 38 | 45 |
पुरी | 18 21 | 02 |
शिलांग | 18 06 | 17 |
सिबसागर | 17 58 | 25 |
सिलचर | 18 01 | 22 |
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