विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत एक स्वायत्तशासी संस्थान, देहरादून के वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी (डब्ल्यूआईएचजी) के शोधकर्ताओं ने, लद्दाख हिमालय में नदी में पत्थरों से बनी रेत और पत्थरों की ओवरलेपिंग से प्राप्त ज्यामितीय आंकड़ों की मदद से सिंधु नदी के प्राचीन भौगोलिक इतिहास का पता लगाया है।
शोधकर्ताओं ने सिंधु नदी, लद्दाख हिमालय में तलछट के रुप में गाद जमा होने और उसके कटाव की अवधि के दौरान चारों हिस्सों (वर्तमान और भूगर्भिक टाइम स्केल में तीन अवधियों में से सबसे हालिया का अध्ययन किया। उन्होंने नदी की वृद्धि के दौरान 47-23 हजार (हजार वर्ष) में नदी के तलछट की गणना के लिए प्रवाह में पत्थरों की ओवरलैपिंग के ज्यामितीय डेटा का उपयोग किया, और नदी के अवरोध के दौरान होने वाले प्राचीन पत्थरों को घिसने से रोकने के लिए 14-10 केए पर संरक्षित जल जमाव (एसडब्ल्यूडी) को संरक्षित किया।
Source-pib.gov.in (रिलीज़ आईडी: 1634366)
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