केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री श्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रसायन और पेट्रो-रसायन सलाहकार फोरम की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री और फोरम के उपाध्यक्ष श्री मनसुख मंडाविया, रसायन और पेट्रो-रसायन विभाग के सचिव श्री आर.के. चतुर्वेदी तथा रसायन और पेट्रो-रसायन विभाग, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और रसायन और पेट्रो-रसायन क्षेत्र से जुड़े विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि सही प्रोत्साहन के माध्यम से औद्योगिक क्लस्टर के तेजी से विकास का समर्थन करने के लिए विभाग नई पीसीपीआईआर नीति तैयार रहा है। दूसरी ओर, उद्योगों को अपने अनुसंधान एवं विकास पर किये जाने वाले खर्च और गतिविधियों को बढ़ाने पर विचार करना चाहिए ताकि भारत निकट भविष्य में प्रौद्योगिकी के निर्यातक के रूप में उभर सके। उद्योगों को ग्रीन केमिस्ट्री, जिसे दीर्घावधि रसायन विज्ञान भी कहा जाता है को अपनाना चाहिए, ताकि रसायन और पेट्रो रसायन क्षेत्र को पर्यावरण-अनुकूल क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए अपशिष्ट के उत्पादन को कम किया जा सके तथा सुरक्षित सॉल्वैंट्स और अक्षय फीडस्टॉक के उपयोग को बढाया जा सके।
Source-pib.gov.in (रिलीज़ आईडी: 1634296)
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