बाढ़ की आशंका वाले शहर में निवारक उपायों की सहयतार्थ, ग्रेटर मुंबई नगर निगम, महाराष्ट्र सरकार ने मुम्बई के लिए एकीकृत बाढ़ चेतावनी प्रणाली, जिसे IFLOWS-Mumbai कहा गया, विकसित करने हेतु पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से अनुरोध किया। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने ग्रेटर मुंबई नगर निगम के निकट तालमेल से मंत्रालय के भीतर उपलब्ध विभागीय दक्षता के बल पर जुलाई 2019 में IFLOWS-Mumbai का विकास प्रारंभ किया। IFLOWS- Mumbai को मुंबई शहर के लिए अत्याधुनिक एकीकृत बाढ़ चेतावनी प्रणाली के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें शहर की प्रतिरोधक्षमता में सुधार के लिए विशेष रूप से अत्याधिक वर्षा की घटनाओं और चक्रवातों के दौरान मुम्बई के लिए प्रारंभिक चेतावनी का प्रावधान किया गया है।
I-FLOWS एक मॉड्यूलर संरचना पर बनाया गया है और इसमें डेटा एसिमिलेशन, फ्लड, इनड्यूशन, वल्नेरेबिलिटी, रिस्क, डिसिमिनेशन मॉड्यूल और डिसीजन सपोर्ट सिस्टम जैसे सात मॉड्यूल हैं। सिस्टम में NCMRWF, IMD से मौसम मॉडल, IITM, MCGM और IMD द्वारा स्थापित वर्षा गेज नेटवर्क स्टेशनों से क्षेत्र डाटा, भूमि उपयोग पर थीमेटिक लेयर्, MCGM द्वारा बुनियादी ढांचे आदि प्रदान किए गए हैं। मौसम मॉडल के इनपुट के आधार पर, बरसात को बहते पानी में बदलने और नदी प्रणालियों में प्रवाह इनपुट प्रदान के लिए हाइड्रोलॉजिकल मॉडल का उपयोग किया जाता है। चूंकि, मुंबई एक द्वीप शहर है, जिसकी कनेक्टिविटी समुद्र के साथ है, इसलिए शहर पर ज्वार और तूफान के प्रभाव की गणना करने के लिए हाइड्रोडायनामिक मॉडल और तूफान वृद्धि मॉडल का उपयोग किया जाता है।
Source-pib.gov.in (रिलीज़ आईडी: 1630932)
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