कोविड-19 की पहचान, और उपचार की दिशा में, विभिन्न राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (एनआईपीआर) द्वारा बहुआयामी शोध प्रस्ताव अनुमोदन के लिए संबंधित एजेंसियों को प्रस्तुत किए गए हैं। इन प्रस्तावों के प्रमुख विषयों में एनआईपीआर(मोहाली) द्वारा एंटीवायरल एजेंट को लक्षित करने वाले प्रोटीज का डिज़ाइन, एनआईपीआर(मोहाली और रायबरेली) द्वारा दवा को अन्यप तरीके से उपयोग करने के बारे में कम्प्यूटेशनल रूप से निर्देशित एफडीए द्वारा अनुमोदित दवा-डेटाबेस , (एनआईपीईआर, मोहाली) द्वारा ड्रग रूपांतरण के लिए रिमेडसविर का विश्लेषण, (एनआईपीईआर-हैदराबाद)द्वारा कोविड -19 के मरीजों के लिए क्वांटम-डॉट और चालकता आधारित बायोसेंसर विकसित करने तथा (एनआईपीईआर-अहमदाबाद) द्वारा कोविड-19 के कारण पड़ने वाले दिल के दौरे को नियंत्रित करने के लिए एक दिलचस्प अध्ययन जैसे विषय शामिल हैं।
इसके साथ ही एनआईपीईआर रायबरेली ने पारंपरिक रूप से उपयोग में लाई जाने वाली जड़ी बूटियों का उपयोग करके नए इम्युनो-बूस्टर फॉर्मुलेशन के विकास में आईआईटी और एक अन्य औद्योगिक साझेदार के साथ एक मेगा परियोजना शुरू की है। एनआईपीईआर, कोलकाता सीएसआईआर- सीईसीआरआई और एक निजी निर्माता के सहयोग से कम लागत वाला एक स्वदेशी और प्रभावी आईसीयू वेंटीलेटर तैयार करने पर काम कर रहा है।
Source-pib.gov.in (रिलीज़ आईडी: 1623996)
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