न हिन्दू चाहिए
न मुसलमान चाहिए।
ऐसा हिंदुस्तान चाहिए
जिसमें सिर्फ इंसान चाहिए ॥
न नफरत चाहिए
न तकरार चाहिए।
न टूटे भाईचारा
ऐसा प्यार चाहिए ॥
न दुश्मन चाहिए
न यार चाहिए।
जहाँ लोगो के दिल से दिल मिले
ऐसा प्यार चाहिए॥
दिल में मोहब्बत
आँखों में ऐतवार चाहिए
जहाँ हर इंसान गले मिले
ऐसा दीदार चाहिए॥
नाम - संजीव कुमार
पता - दिल्ली
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wah great lines beautiful poem
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